प्रतापगढ़-प्रयागराज सीमा पर टोल नाके से कुछ पहले एक सड़क मांधाता के लिए जाती है। जहां रामफल इनारी प्रयागराज पुलिस चौकी स्थापित है। इसी मार्ग पर लगभग 2 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है छितपालगढ़। इसका इतिहास बहुत अधिक ज्ञात नहीं है सिवाय इसके के राजा क्षितिजपाल के नाम पर ये पूरा नगर बस हुआ है। इन्हीं के पूर्वज या वंशज थे राजा इंद्रपाल सिंह। इस परिवार के लोगों की समाधि किले से बाहर नगर के प्रवेश मार्ग के किनारे स्थापित है। उपेक्षा के कारण जो धीरे-धीरे खंडहर में बदलते जा रहे हैं।





















