प्रतापगढ़ जिला, उत्तर-प्रदेश राज्य के प्रमुख जिलों में से एक है। ये इलाहाबाद मंडल का एक हिस्सा है। जो पाँच जिलों से घिरा हुआ है।
जैसेः-
सुल्तानपुरः- जो प्रतापगढ़ से लगभग 35 किलोमीटर दूर उत्तर में है। ये इलाहाबाद-फैजाबाद रोड पर स्थित है।
इलाहाबादः- प्रतापगढ़ से मात्र 60 किलोमीटर की दूरी पर दक्षिण में है। जो प्रतापगढ़ का मुख्य व्यापारिक केन्द्र है। छोटे दुकानदार इसी जगह से माल लाकर बेचते हैं।
रायबरेलीः- ये जिला अन्य जिलों की अपेक्षा प्रतापगढ़ से अधिक दूर है यानि 85 किलोमीटर उत्तर-पूर्व में। जहाँ आने जाने के दो मुख्य मार्ग हैं। पहला भोपियामऊ चौराहे से कुण्डा होते हुये और दूसरा बेल्हा देवी पुल पार करके चिलबिला से अन्तु जाने वाला राज्य मार्ग से।
जौनपुरः- सबसे अधिक दूरी पर है जौनपुर यानि 90 किलोमीटर पूर्व में। जहाँ तक जाने के कई मार्ग हैं। जिनमें से एक है चिलबिला चौराहा से पट्टी वाली सड़क से होते हुये या फिर घोपियामऊ चौराहे से होकर।
कौशाम्बी(फतेहपुर):- कौशाम्बी और प्रतापगढ़ के बीच में 70 किलोमीटर (पश्चिम में) का फासला है। जहाँ जाने का मुख्य मार्ग घोपियामऊ चौराहे से होकर जाता है।
जैसेः-
सुल्तानपुरः- जो प्रतापगढ़ से लगभग 35 किलोमीटर दूर उत्तर में है। ये इलाहाबाद-फैजाबाद रोड पर स्थित है।
इलाहाबादः- प्रतापगढ़ से मात्र 60 किलोमीटर की दूरी पर दक्षिण में है। जो प्रतापगढ़ का मुख्य व्यापारिक केन्द्र है। छोटे दुकानदार इसी जगह से माल लाकर बेचते हैं।
रायबरेलीः- ये जिला अन्य जिलों की अपेक्षा प्रतापगढ़ से अधिक दूर है यानि 85 किलोमीटर उत्तर-पूर्व में। जहाँ आने जाने के दो मुख्य मार्ग हैं। पहला भोपियामऊ चौराहे से कुण्डा होते हुये और दूसरा बेल्हा देवी पुल पार करके चिलबिला से अन्तु जाने वाला राज्य मार्ग से।
जौनपुरः- सबसे अधिक दूरी पर है जौनपुर यानि 90 किलोमीटर पूर्व में। जहाँ तक जाने के कई मार्ग हैं। जिनमें से एक है चिलबिला चौराहा से पट्टी वाली सड़क से होते हुये या फिर घोपियामऊ चौराहे से होकर।
कौशाम्बी(फतेहपुर):- कौशाम्बी और प्रतापगढ़ के बीच में 70 किलोमीटर (पश्चिम में) का फासला है। जहाँ जाने का मुख्य मार्ग घोपियामऊ चौराहे से होकर जाता है।